मध्यप्रदेश सरकार के आदेश के बावजूद डिंडौरी में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया ठप पड़ी है। जन शिक्षकों और संकुल प्राचार्यों की उदासीनता के चलते EHRMS पोर्टल अपडेट नहीं हो सका, जिससे दो माह बाद भी रिक्त पद भरे नहीं गए। परिणामस्वरूप न केवल छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई है, बल्कि अतिथि शिक्षकों के लिए रक्षाबंधन का त्योहार भी बेरंग हो गया है।
मध्यप्रदेश सरकार के आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग मंत्रालय भोपाल ने 09 जुलाई 2025 को आदेश जारी कर रिक्त पदों पर अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति कर शैक्षणिक व्यवस्था बेहतर बनाने के निर्देश दिए थे। आदेश में स्पष्ट कहा गया था कि EHRMS पोर्टल पर रिक्त पदों के विरुद्ध अतिथि शिक्षकों को आमंत्रित किया जाए, और तकनीकी समस्या आने पर जिला स्तरीय समिति निर्णय लेगी।
आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग भोपाल के आदेश के बाद डिंडौरी कलेक्टर नेहा मारव्या ने भी सभी जन शिक्षकों और संकुल प्राचार्यों को निर्देश दिए थे कि शीघ्र पोर्टल अपडेट कर रिक्त पदों का प्रकाशन करें। इसके बाद शाला प्रबंधन समिति प्रस्ताव भेजकर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करे। लेकिन, आदेश जारी हुए एक माह बीतने के बावजूद न तो पोर्टल अपडेट हुआ और न ही अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति हो पाई। विकासखंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा पत्र जारी करने के बावजूद जन शिक्षकों और संकुल प्राचार्यों की उदासीनता के कारण यह प्रक्रिया ठप पड़ी है।
इस लापरवाही का असर अब छात्रों की पढ़ाई पर भी पड़ रहा है। वहीं, नियुक्ति न होने से अतिथि शिक्षकों का रक्षाबंधन का त्योहार भी सूना हो गया है — न वेतन, न काम, सिर्फ इंतजार। शैक्षणिक व्यवस्था सुधारने के लिए जारी सरकारी आदेश कागजों में ही सीमित रह गए हैं, जबकि ज़मीनी हकीकत में स्कूलों में शिक्षक संकट जस का तस बना हुआ है।

